
हनुमान जयंती पर क्या करें और क्या नहीं करें? इस बारे में इस ब्लाग में पूरी बात जानेंगे। हनुमान भक्तों के लिए यह बात बहुत ही महत्वपूर्ण है कि वे अपने भगवान के प्रसन्नता के लिए क्या करें और किस चीज से दूरी बना कर रखें।
भक्तों के इसी मनोभाव को ध्यान में रखते हुए यह ब्लाग प्रस्तुत किया जा रहा है। कहा जाता है कि हनुमान जी कलयुग के जागृत देवता हैं और अपने भक्तों पर अतिशिघ्र प्रसन्न हो जाते हैं।
हनुमान जी को भक्ति अत्यन्त प्रिय है क्योंकि वे खुद भगवान राम के परम प्रिय भक्त हैं। इसलिए यदि किसी भी व्यक्ति के हृदय में हनुमान जी के प्रति थोड़ी भी प्रेम और भक्ति होती है तो हनुमान जी उस भक्त की मनोकामना अवश्य पूरी करते हैं। तो आइए जाते हैं कि हनुमान जयंती पर क्या करें और क्या नहीं करें? यह भी पढ़ें- हनुमान जयंती 2025 कब है : तिथि, महत्व और उत्सव की पूरी जानकारी
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हनुमान जयंती क्या है?
हनुमान जयंती भगवान हनुमान जी के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है। यह पर्व चैत्र पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है और इस दिन भक्तगण हनुमान जी की पूजा-अर्चना कर उनसे शक्ति, भक्ति और बुद्धि की कामना करते हैं।
इस वर्ष 2025 में हनुमान जयंती का पर्व दिनांक 12 अप्रैल 2025 को पूरे भारतवर्ष में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। हनुमान जयंती हनुमान भक्तों के लिए एक उत्सव भरा त्योहार है। इसलिए प्रत्येक भक्त को यह पता होना चाहिए कि इस दिन हनुमान जयंती पर क्या करें और क्या नहीं करें?
हनुमान जयंती पर क्या करें?
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी के भक्तों को निम्नलिखित बातों को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए जिससे उनको हनुमान जी की कृपा प्राप्त हो सके।
1. प्रातः काल स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें
साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर पूजा करना आध्यात्मिक दृष्टिकोण से शुभ माना जाता है। स्नान के बाद भगवान का ध्यान करें।
2. व्रत रखें और सात्विक भोजन करें
हनुमान जयंती पर व्रत रखने से मानसिक और शारीरिक शुद्धता प्राप्त होती है। फलाहार या उपवास करें।
3. हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करें
इनका पाठ करने से जीवन की सभी बाधाएं दूर होती हैं। यदि आप चाहें तो इस दिन रामचरितमानस का पाठ भी कर सकते हैं।
4. हनुमान मंदिर जाएं
हनुमान जी को सिंदूर, चमेली का तेल, नारियल और बूंदी के लड्डू चढ़ाएं। मंदिर में दीपक जलाकर आरती करें।
5. दान-पुण्य करें
गरीबों को अन्न, वस्त्र, और जरूरत की वस्तुएं दान करें। यह सेवा हनुमान जी की सच्ची भक्ति मानी जाती है।
6. श्रीराम नाम का जाप करें
“श्रीराम जय राम जय जय राम“ का जाप करना अत्यंत फलदायी होता है क्योंकि जहां राम जी का कीर्तन-भजन होता है, वहां हनुमान जी अवश्य पधारते हैं।
तो आप समझ ही गये होंगे कि हनुमान जयंती पर क्या करें। आइए, अब जानते हैं कि हनुमान जयंती पर क्या नहीं करना चाहिए। यह भी पढ़ें- शत्रु नाशक साधना
हनुमान जयंती पर क्या न करें?
जिस प्रकार यह आवश्यक है कि हनुमान जी की प्रसन्नता के लिए कुछ विशेष नियमों एवं कर्मो को किया जाय, उसी प्रकार यह भी जानना आवश्यक है कि हनुमान जयंती पर क्या न करें? हनुमान जयंती के दिन निम्नलिखित बातों को अवश्य ध्यान में रखना चाहिए।
1. मांसाहार और तामसिक भोजन से बचें
इस दिन शुद्ध सात्विक भोजन ही करें। लहसुन-प्याज और नशे वाली वस्तुएं त्याग दें क्यांकि हनुमान जी एक सात्विक देवता हैं।
2. नकारात्मक विचारों और क्रोध से बचें
हनुमान जी संयम और भक्ति के प्रतीक हैं। इसलिए मन में कोई बुरे विचार न आने दें।
3. अपवित्र अवस्था में पूजा न करें
पूजा से पहले स्नान आवश्यक है। अपवित्र अवस्था में पूजा करना अनुचित माना गया है।
4. झूठ, द्वेष और चुगली से दूरी बनाएं
यह दिन आत्मनिरीक्षण और आंतरिक शुद्धता का है। किसी के खिलाफ कुछ भी न सोचें या कहें। यह भी पढ़ें- एक साधू की कहानी जिसने बनाया चमत्कारी ताबीज
हनुमान जयंती के लाभ
हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी की पूजा, अर्चना एवं साधना करने से भक्तों को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं।
- भय, भूत-प्रेत और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति
- मनोबल, आत्मविश्वास और शारीरिक शक्ति में वृद्धि
- रोग-शोक से छुटकारा
- शिक्षा, करियर और व्यापार में सफलता
- मन की स्थिरता और जीवन में शांति
हनुमान जयंती पर क्या करें और क्या नहीं करें? :- निष्कर्ष
हनुमान जयंती केवल एक धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि यह आत्मशुद्धि, सेवा और भक्ति का प्रतीक है। यदि आप इस दिन बताई गई बातों का पालन करते हैं और वर्जित कार्यों से बचते हैं, तो निश्चित रूप से हनुमान जी की कृपा आपके जीवन को उन्नति की ओर ले जाएगी।
उम्मीद है कि हनुमान जयंती पर क्या करें और क्या नहीं करें? लेख में जो बातें बताई गई हैं उनका पालन आप पूरे मनोयोग से करेंगे एवं भगवान राम के परम प्रिय भक्त हनुमान जी की कृपा लाभ प्राप्त करेंगे। हनुमान जयंती का त्योहार आपके लिए शुभ हो। जय बजरंग बली।
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