बिना दीक्षा, बिना गुरु के शाबर मंत्रों की सिद्धि देने वाला एक सिद्ध और प्रभावशाली प्रयोग जो आपका जीवन बदल देगा।

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एक साधु प्राचीन मंदिर के समक्ष चंद्रमा की रोशनी में ध्यानमग्न — अध्यात्मिक साधना का रहस्यमय क्षण।

यदि आपकी भी शाबर मंत्रां में रुचि है। आप चाहते हैं कि शाबर मंत्रों से आपको भी लाभ मिले तो आज का यह वीडियो आपके लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
वर्तमान समय में हर व्यक्ति किसी न किसी समस्या से पीड़ित है या उसकी कोई ना कोई इच्छा है। तो ऐसी स्थिति में शाबर मंत्र इस कलयुग में एक सरल और सशक्त साधन है, अपनी समस्याओं के निवारण के लिए।

लेकिन कई बार लोग बहुत प्रयास करने के बाद भी लाभ की प्राप्ति नहीं कर पाते हैं जिसके कई कारण होते हैं, जैसे- संयम की कमी का होना, कोई चल रही बुरी दशा या साधक का गुरु पर या मंत्र दाता पर आस्था ना होना या किसी गुरु परंपरा का ना होना। ऐसे बहुत सारे कारण हो सकते हैं।

तो अगर आपकी भी कोई गुरु परम्परा नहीं है, आपका कोई गुरु नहीं हैं, आप दीक्षित नहीं हैं, लेकिन आप चाहते हैं कि शाबर मंत्रों से आपको लाभ मिले तो आप इस प्रयोग को एकबार जरूर आजमाएं।

यहां एक बात सबसे पहले समझ लें कि जिस शाबर मंत्रों के प्रयोग में प्रत्यक्षीकरण इत्यादि की बात हो, तो ऐसे मंत्रों से दूर ही रहें। अपनी समस्याओं के निदान के लिए आप ऐसे शाबर मंत्रों को ही चुनें जो सौम्य प्रकृति के हों।

शाबर मंत्रों के लाभ प्राप्ति हेतु मंत्र विधान

आप जिस भी देवता में आस्था रखते हों या आपका कोई भी इष्ट हो, विशेष रूप से अगर आप भगवान शिव में, माता कामाख्या में, भगवती काली आदि में आस्था रखते हैं तो अत्यंत लाभकारी होगा।

किसी भी शुक्रवार के दिन से सुबह या रात को इस प्रयोग को शुरु करें। सबसे पहले भगवान शिव या माता कामाख्या या जो भी आपके इष्ट हों, उनको प्रणाम करें और जो भी आपके पास उपलब्ध पूजन सामग्री है उसी से पूजा करें और नीचे दिये गये मंत्र को 9 बार बोलें।

शाबर मंत्र

ओम् नमो कावरू देश कामक्षा वाणी
तहां बैठे इस्माइल योगी।
इस्माइल योगी की भुरकी मति
आते बली मेरी भक्ति गुरु की शक्ति
फुरो मंत्र रूद्र वाचा।।

मंत्र बोलने के बाद तीन बार ’गुरु गोरक्षनाथ की सदा जय हो’गुरु गोरक्षनाथ की सदा जय हो’ ’गुरु गोरक्षनाथ की सदा जय हो’ बोलें, और गुरु गोरखनाथ को मानसिक रूप से प्रणाम करें।

इस प्रयोग को कम से कम 40 दिन तक करें। आप देखेंगे कि शाबर मंत्र से आपका आध्यात्मिक दृष्टिकोण से एक विशेष जुड़ाव हो जाएगा। उसके बाद आप कोई भी शाबर मंत्र की साधना करेंगे तो आपको विशेष लाभ प्राप्त होने लगेगा।

निष्कर्ष : बिना दीक्षा, बिना गुरु के शाबर मंत्रों की सिद्धि

तो दोस्तों! इस लेख में दिए गए साधना विधान का पालन करके आप बिना गुरु दीक्षा या बिना गुरु के भी शाबर मन्त्रों का लाभ प्राप्त कर सकते हैं, जरुरत है तो केवल श्रद्धा भक्ति और विश्वास की।

कमेंट में अपना अमूल्य सुझाव जरुर दे, ताकि हम अपने लेखों में और भी ज्यादा सुधार करके के एक उत्कृष्ट, ज्ञानवर्धक लेख प्रेषित कर सकें।

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