हनुमान जी का शक्तिशाली मंत्र: जीवन की हर संकट से सुरक्षा का सर्वोत्तम उपाय

Elderly Indian sage meditating under a Peepal tree, chanting Hanuman Mantra with rudraksha mala, spiritual golden light
जपते हुए साधक: पीपल के पेड़ के नीचे हनुमान मंत्र की ध्यानमग्न शक्ति! 🕉️

आज के समय में सुरक्षा सबसे बड़ी आवश्यकता बन चुकी है। चाहे वह शारीरिक सुरक्षा हो, मानसिक सुरक्षा हो या आध्यात्मिक सुरक्षा – अगर हम सुरक्षित नहीं हैं तो धन, शिक्षा, सम्मान और धर्म-कर्म सभी अधूरे रह जाते हैं। हमारी सुरक्षा कई प्रकार के खतरों से जुड़ी है:

  • शारीरिक खतरे: दुर्घटना, बीमारी, प्राकृतिक आपदा

  • मानसिक खतरे: नकारात्मक विचार, तनाव, डर

  • आध्यात्मिक खतरे: ग्रह बाधा, टोना-टोटका, बुरी नजर

हनुमान जी का मंत्र: एक सर्वशक्तिमान सुरक्षा कवच

श्री हनुमान जी की कृपा से हर प्रकार के संकटों से मुक्ति पाई जा सकती है। यह मंत्र किसी भी समय, किसी भी स्थिति में बिना कठिन नियमों के किया जा सकता है।

मंत्र:

ओम् चौकी हनुमंत वीर की बाण ध्वजा  फहराय।
मारू मारू मारुतिसुत मुष्टिक शत्रु नशाय।
मेरे इष्ट रामचंद्र जी अगुवा हनुमंत वीर।।
चौकी सुदर्शन चक्र की रक्षा करे शरीर।।
टोना ब्रह्म भूत प्रेत संग डाइन डाइ।
सांप बिच्छू चोर बट सब कुछ निष्फल जाई।।

इस मंत्र के लाभ:

✅ हर प्रकार के भय और संकट से मुक्ति
✅ नकारात्मक ऊर्जा, टोना-टोटका और बुरी नजर का नाश
✅ शारीरिक व मानसिक सुरक्षा
✅ ग्रह दोष और बाधाओं से छुटकारा

कैसे करें इस मंत्र का जाप?

  • इसे किसी भी शुभ दिन या ग्रहण काल में शुरू कर सकते हैं।

  • स्नानादि से पवित्र होकर हनुमान जी की पूजा करें।

  • मंत्र जाप की कोई निश्चित संख्या नहीं – 1 माला, 5 माला, 10 माला या जितना हो सके करें।

  • नियमित रूप से कुछ दिनों तक जैसे 21 दिन या 41 दिनों तक जाप करने से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं।

  • अगर कभी जीवन में किसी विशेष संकट का आभास हो, तो उस समय पुनः इस मंत्र का कुछ दिनों तक जाप शुरू कर दें, जब तक की संकट टल ना जाये।

  • किसी उग्र साधना के दौरान आप इस मंत्र से रक्षा घेरा बना सकते है, जिससे के आपकी साधना निर्विघ्न पूर्ण हो सके।

निष्कर्ष

यह मंत्र सरल, सहज और अत्यंत प्रभावशाली है। इसे नियमित रूप से 11, 21, या 108 बार जपकर आप अपने जीवन को सुरक्षित और सुखद बना सकते हैं। जय हनुमान जी! सीताराम!

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