दस महाविद्या स्तोत्र | DASH MAHAVIDYA STOTRA
DASH MAHAVIDYA STOTRA दुर्ल्लभं मारिणींमार्ग दुर्ल्लभं तारिणींपदम्। मन्त्रार्थ मंत्रचैतन्यं दुर्ल्लभं शवसाधनम्।। श्मशानसाधनं योनिसाधनं ब्रह्मसाधनम्। क्रियासाधनमं भक्तिसाधनं मुक्तिसाधनम्।। तव प्रसादाद्देवेशि सर्व्वाः सिध्यन्ति सिद्धयः।। शिव ने कहा- तारिणी की उपासना मार्ग अत्यन्त दुर्लभ है। उनके पद की प्राप्ति भी अति कठिन है। इनके मंत्रार्थ ज्ञान, मंत्र चैतन्य, शव साधन, श्मशान साधन, योनि […]
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