वह रहस्यमयी भैरवी-भाग-2 | BHAIRAVI TANTRA KATHA
तेजानन्द ने गहरी सांस लेते हुए कहा – तुम आकाशागमन विद्या के बारे में जानने के लिए उत्सुक हो, यह स्वभाविक बात है। मनुष्य का यह स्वभाव है कि जो चीज उसके सामर्थ्य से बाहर की नजर आती है, या तो उसे वह झूठ की संज्ञा देता है या फिर …