तंत्र-मंत्र-यन्त्र

मातंगी (MATANGI) : वाणी की देवी

मातंगी (MATANGI) : एक बार मतंग नामक योगी ने सृष्टि के प्रत्येक जीव को अपने वशीभूत करने की अभिलाषा से प्रेरित होकर कदम्ब वन प्रान्त में एक विशेष तप किया, जिसके प्रभाव से उस योगी का आकर्षण चारो ओर फैल गया। इसी श्रृंखला के अंतर्गत देवी के नेत्रों से एक […]

मातंगी (MATANGI) : वाणी की देवी Read More »

गुरु दीक्षा | GURU DIKSHA

गुरु दीक्षा (GURU DIKSHA) की आवश्यता को समझने से पहले हमें गुरु के महत्ता को समझना व स्वीकार करना पड़ेगा। जिस प्रकार चांदनी रात के पीछे चन्द्रमा का शीतल प्रकाश होता है, ठीक उसी प्रकार शिष्य के सफल आध्यात्मिक जीवन के पीछे गुरु कृपा एवं गुरु द्वारा प्रदान की गई दीक्षा

गुरु दीक्षा | GURU DIKSHA Read More »

बगलामुखी | BAGALAMUKHI

बगलामुखी | BAGALAMUKHI :- पौराणिक काल सतयुग में एक बार भीषण वायु रूपी तूफान उत्पन्न हुआ। इसकी तीव्रता को देखते हुए, इससे होने वाली हानियों की कल्पना करके भगवान विष्णु को बड़ी भारी चिंता हुई और इस विषय में अन्य कोई उपाय न समझकर उन्होंने सौराष्ट्र नामक प्रांत में हरिद्रा

बगलामुखी | BAGALAMUKHI Read More »

धूमावती | DHUMAVATI

धूमावती | DHUMAVATI :- धूमावती देवी अकेली ही दृष्टिगोचर होती हैं। इन्हें अलक्ष्मी कहते हैं क्योंकि यह धनहीन हैं। पति रहित होने के कारण विधवा कही जाती हैं, परन्तु मार्कण्डेय पुराणानुसार ये विधवा नहीं बल्कि कुमारी हैं। एक बार युद्ध करते समय इन्होंने प्रतिज्ञा की थी कि जो भी मुझे युद्ध

धूमावती | DHUMAVATI Read More »

त्रिपुर भैरवी कवच | TRIPUR BHAIRAVI KAVACH

त्रिपुर भैरवी कवच | TRIPUR BHAIRAVI KAVACH भैरवी कवचस्यास्य सदाशिव ऋषिः स्मृतः। छन्दोऽनुष्टुब् देवता  च भैरवी भयनाशिनी। धर्मार्थकाममोक्षेषु विनियोगः प्रकीर्त्तितः।। भैरवी कवच के ऋषि सदाशिव, छन्द अनुष्टुप, देवता भयनाशिनी भैरवी और धर्मार्थ काम, मोक्ष की प्राप्ति के लिए इसका विनियोग कहा गया है। TRIPUR BHAIRAVI KAVACH हसरैं मे शिरः पातु भैरवी

त्रिपुर भैरवी कवच | TRIPUR BHAIRAVI KAVACH Read More »

त्रिपुर भैरवी – TRIPUR BHAIRAVI

त्रिपुर भैरवी – TRIPUR BHAIRAVI :- भैरवी योगेश्वरी रूप उमा हैं तथा जगत का मूल कारण हैं। एक कथानुसार जब शिव का मन उच्चटित होता है, तो वह पार्वती से कहीं दूर जाना चाहते हैं। परन्तु ज्योंहि वह आगे निकलते हैं, तो उनका मार्ग अवरुद्ध करके दशों दिशाओं से दस महादेवियॉ

त्रिपुर भैरवी – TRIPUR BHAIRAVI Read More »

Scroll to Top