जगन्मंगल कालीकवचम् | Kali Kavach

जगन्मंगल कालीकवचम् (KALI KAVACH): भैरव्युवाच-  कालीपूजा श्रुता नाथ भावाश्च विविधः प्रभो। इदानीं श्रोतुमिच्छामि कवचं पूर्वसूचितम्।। त्वमेव शरणं नाथ त्रापि मां दुःखसंकटात्। त्वमेव स्त्रष्टा पाता च संहर्ता च त्वमेव हि।। जगन्मंगल कालीकवचम् (KALI KAVACH):भैरवी ने पूछा-हे नाथ! हे प्रभो! मैंने काली पूजा और उसके विविध भाव सुने । अब पूर्व में […]

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काली माता | KALI MATA – भक्त की रक्षा करने वाली

काली माता | KALI MATA :  प्रथम महाविद्या काली को, आद्य महाविद्या भी कहा जाता है और इन्हें प्रथम स्थान दिया गया है। इन्हें भगवान विष्णु की योगनिद्रा भी कहते हैं। किसी भी महाविद्या की माया, उनकी महिमा का मंडन एवं उनपर विस्तृत ज्ञान ग्रन्थों में तो उपलब्ध मिल जाती है

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दश महाविद्या उपासना | DASH MAHAVIDYA UPASANA

दश महाविद्या उपासना | DASH MAHAVIDYA UPASANA : दश महाविद्याओं की उपासना साधक अपनी श्रद्धानुसार करते हैं परन्तु साधना में कुछ विशेष करने के लिये दीक्षा ली जाती है। दश महाविद्या उपासना | DASH MAHAVIDYA UPASANA से सम्बन्धित कोई भी दीक्षा, दो विभिन्न खण्डों में विभाजित है। इन खण्डों को

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DUS MAHAVIDYA MANTRA – दस महाविद्या मंत्र – कलयुग में महाफलदाई

Das Mahavidya Mantra काली, तारा महाविद्या, षोडशी भुवनेश्वरी। भैरवी, छिन्नमस्तिका च विद्या धूमावती तथा।। बगला सिद्धविद्या च मातंगी कमलात्मिका। एता दश-महाविद्याः सिद्ध-विद्याः प्रकीर्तिताः दस महाविद्या मंत्र – DUS MAHAVIDYA MANTRA: महाविद्या के विषय पर कुछ भी कहना सूर्य को दीपक दिखाने की भॉति है क्योकि अनन्त विराट को संक्षेप में

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योग मार्ग (YOG MARG) में मानव चित्तवृत्तियॉ

योग मार्ग (YOG MARG) में मानव चित्तवृत्तियॉ – संसार में असंख्य पदार्थ हैं तथा उनके संसर्ग से चित्त में उत्पन्न होने वाली वृत्तियॉ भी असंख्य हैं किन्तु योग की दृष्टि से इन्हें प्रमाण, विपर्यय, विकल्प, निद्रा तथा स्मृति आदि पांच भागों में विभक्त किया गया है, जिनके विषय में संक्षेप

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Tantrik Rahasya

योगासन | YOGASANA

YOGASAN योगासन (YOGASANA) अष्टांग योग का तृतीय सोपान है। यह अष्टांग योगों में प्रथम पांच बहिरंग साधनों अथवा शारीरिक तपों में सर्वाधिक महत्व प्राप्त प्राणायाम का मुख्य आधार है। साथ ही स्वतंत्र रूप से भी यह शारीरिक दृढता तथा मनोबल प्राप्ति हेतु एक उत्तम विकल्प भी है। योगासन (YOGASANA) करने सेव्यक्ति

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