कार्य सिद्धि हेतु भगवान गणेश जी का शाबर साधना : Ganesh Sadhana – यह 40 दिन की साधना है। इस साधना के द्वारा कोई भी साधक अपना अभीष्ट सिद्ध कर सकता है। भगवान गणेश विघ्नविनाशक हैं, ये समस्त आपत्तियों का नाश करके साधक को सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं।
कार्य सिद्धि हेतु भगवान गणेश जी का शाबर साधना की मुख्य बातें : Ganesh Sadhana
साधना सामग्री : धूप या गुग्गुल, घी का दीपक, सिन्दूर, बेसन का लड्डू
साधना का दिन : बुधवार, गुरुवार या शनिवार (यदि इन दिनों में ग्रहण, पुष्य नक्षत्र या सर्वाथ सिद्धि योग हो तो अति उत्तम)
साधना का समय : रात्रि 10 बजे
जप संख्या : 152
अवधि : 40 दिन
कार्य सिद्धि हेतु भगवान गणेश जी का शाबर साधना विधि : Ganesh Sadhana Vidhi
कार्य सिद्धि हेतु भगवान गणेश जी का शाबर साधना विधि : Ganesh Sadhana Vidhi : ऊपर बताए गये दिनां को या किसी भी दिन, किसी एंकात स्थान में या देवालय में, जहां लोगों का आना जाना कम हो, वहां पर यह साधना सम्पन्न करना है।
सर्वप्रथम घी का दिया जलाकर अपने सामने एक फुट की ऊंचाई पर रखें। उसके बाद श्री गणेश भगवान का स्मरण करके निम्न श्लोक पढ़कर गणेश भगवान को पुष्प अर्पित करें-
गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थ जम्बूफलचारु भक्षणम्।
उमा सुतं शोकविनाशकारकम् नमामि विघ्नेश्वर पाद पंकजम्।।
उसके बाद भगवान गणेश को सिन्दूर चढ़ाएं एवं लड्डू का भोग लगायें। तत्पश्चात गणेश भगवान के शाबर मंत्र का 152 बार जप करें। प्रतिदिन के प्रसाद को सुबह बच्चों में बांट दें। यह क्रिया पूरे 40 दिन तक करें।
गणेश शाबर मंत्र (Ganesh Shabar Mantra)
निम्न लिखित गणेश शाबर मंत्र (Ganesh Shabar Mantra) का एकचित्त होकर बिना मन को भटकाए 152 ज़प करें-
ऊँ गनपत वीर, भूखे मसान, जो फल मांगू, सो फल आन।
गनपत देखे, गनपत के छत्र से बादशाह डरे, राजा के मुख से प्रजा डरे, हाथा चढ़े सिन्दूर।
औलिया गौरी का पूत गनेश, गुग्गुल की धरूं ढेरी, रिद्धि-सिद्धि गनपत धनेरी।
जय गिरनार-पति। ऊँ नमो स्वाहा।
इस गणेश शाबर साधना के पश्चात साधक का प्रत्येक कार्य भगवान गणेश की कृपा से सिद्ध होने लगता है। घर में रिद्धि-सिद्धि का आगमन होकर साधक का कल्याण होता है।
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