Shree-Ram |
भगवान श्रीराम (SHREERAM) के बारे में मुख्या बातें
- जानकारी के लिए बता दें कि तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरित मानस और वाल्मिकी द्वारा रचित रामायण से संबंधित मुख्य रूप् से दो ग्रंथ हैं। कई चीजें हैं जो इन दोनों के बीच मेल नहीं खाती हैं।
- एक बार भगवान राम यम से मिले थे और उस दौरान उन्होंने कहा था कि जो भी उनकी बातचीत को बाधित करेगा, वह मृत्युदंड का हकदार होगा। उस समय लक्ष्मण वहां आए और वचन के कारण लक्ष्मण को अपने प्राण त्यागने पड़े।
- वाल्मिकी रामायण के अरण्य प्रकरण के अनुसार सीता 18 वर्ष और राम 25 वर्ष के थे जब राम और सीता को वनवास जाना पड़ा था। विवाह के बाद सीता 12 वर्ष तक अयोध्या में रहीं।
- सीता जी के स्वयंवर में जब विभिन्न राज्यों के राजकुमार पधारें हुए थे तो जनक नरेश द्वारा जो स्वयंवर की शर्त रखी गई थी, वो कोई भी राजकुमार या राजा पूर्ण नहीं कर पाया था यहां तक कि स्वयं रावण भी उस स्वयंवर में उपस्थित था परन्तु वह भी उस धनुष को उठा न सका। लेकिन प्रभु श्रीराम द्वारा वह धनुष उठा लिया गया और उनके छूने मात्र से ही वह धनुष टूट गया। राम जी ने शिव जी का धनुष तोड़ा था जिसका नाम पिनाक था।
- राम-रावण युद्ध 32 दिनों तक चला था, लेकिन दोनों सनाओं ने 87 दिनों तक युद्ध किया। श्रीराम (SHREE RAM)
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