CHANDRA GRAHAN |
चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) : 10 जनवरी 2020 को इस साल का पहला चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) लगने जा रहा है। यह चन्द्रग्रहण रात को 10 बजकर 37 मिनट पर शुरु होकर रात्रि के अगले प्रहर 2 बजकर 45 मिनट तक रहेगा।
इस चन्द्रग्रहण को भारत समेत अन्य महाद्विपों, जैसे कि अफ्रिका, यूरोप, एशिया एवं आस्ट्रेलिया में भी देखा जाएगा। शास्त्रों के अनुसार चन्द्रग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले ही लग जाता है।
इस प्रकार चन्द्रग्रहण का सूतक 10 जनवरी को सुबह 10 बजे से शुरू हो जाएगा। चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) के सूतक के दौरान मंदिरों के कपाटों को बन्द कर दिया जाता है।
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इस बार चन्द्रग्रहण के समय चन्द्रमा मिथुन राशि में होगा। फलस्वरूप मिथुन राशि के जातक इस चन्द्रग्रहण से सर्वाधिक प्रभावित होंगे। मिथुन राशि के जातकों को चन्द्रग्रहण के दुष्प्रभावों से बचने के लिए चन्द्रमा के मंत्रों का जाप अवश्यक करना चाहिए।
धन प्राप्ति एवं अच्छे स्वास्थ्य के लिए एवं चन्द्र देव के प्रसन्नता के निमित्त निम्न विधि अनुसार साधकगण 10 जनवरी 2020 को रात्रि 10 बजकर 30 मिनट के बाद इस साधना को अवश्य सम्पन्न करें।
चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) साधना विधि :-
साधना समाप्ति के उपरांत सम्भव हो तो स्नान करें, नहीं तो हाथ-पैर एवं मुँह धोकर मानसिक रूप से उपरोक्त मंत्र का जप करते हुए सो जाएं।
- चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) के दौरान भोजन न करें एवं अन्य किसी भी प्रकार का अन्न जल ग्रहण करना निषिद्ध है।
- चन्द्रग्रहण के पहले या बाद में स्नान कर सकते हैं, परन्तु ग्रहण के दौरान स्नान न करें।
- जब ग्रहण लगे तो उसे खुली आंखों से नहीं देखना चाहिए। इससे आंखों पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
- ग्रहण के समय अपने इष्टमंत्र अथवा गुरुमंत्र का जप अवश्य करना चाहिए।
चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) के दौरान निम्नलिखित उपाय करें :-
- चन्द्रग्रहण के दौरान किए गये जप, साधना एवं उपासना का सामान्य तिथियों में किये गये जप-साधना से कई गुना अधिक फल मिलता है। मंत्र सिद्धि प्राप्त करने के लिए इस दिन साधकों को अवश्य साधना सम्पन्न करनी चाहिए।
- यदि घर में कोई लम्बे समय से बीमार है तो उसके नाम का संकल्प लेकर उसके स्वास्थ्य सुधार के निमित्त घी और खीर से हवन करने से लाभ होता है।
- चन्द्रग्रहण (CHANDRA GRAHAN) समाप्त होने के उपरांत पूरे घर में गुरुमंत्र या इष्टमंत्र पढ़ते हुए कपूर एवं धूप दिखाना चाहिए। यदि गंगाजल उपलब्ध हो तो उसका छिड़काव कर देना चाहिए।
- गरीब एवं दुखियों को अनाज एवं वस्त्र दान करना चाहिए।