GRAH |
ग्रहों (GRAH) में से सूर्य और मंगल, अग्नि तत्व, चन्द्र और शुक्र, जल तत्व, बुध- पृथ्वी तत्व, बृहस्पति-आकाश तत्व और शनि-वायु तत्व है।
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इसके अनुसार पहले यह देखना होगा कि कुण्डली में कौनसा प्रबलतम ग्रह (GRAH) किस तत्व का है और किस तत्व की राशि में बैठा है। लग्न का तथा लग्न से दशम राशि का क्या तत्व है। अर्थात बली ग्रह, बली ग्रह की राशि, लग्न और दशम राशि, इन चारो की स्थिति के अनुसार कौन सा तत्व विशेष है।
यदि अग्नि तत्व की विशेषता है तो जातक की विशेष उन्नति उस व्यवसाय में होगी जिसमें बुद्धि और मानसिक क्रियाओं का चमत्कार दिखलाना आवश्यक हो।
यदि पृथ्वी तत्व की विशेषता होगी तो शारीरिक श्रम से साध्य व्यवसाय से धन प्राप्ति होगी। यदि जल तत्व प्रधान होगा तो जातक जमकर कार्य नहीं करता, वह अपना व्यवसाय बदलता रहता है।
अग्नि तत्व प्रधान व्यक्ति प्रतिभाशाली, कर्मठ, यांत्रिक और साहसिक होता है। वायु तत्व प्रधान व्यक्ति, साहित्यिक, एजेन्ट, परामर्शदाता, कलाविद्, संवाददाता और प्रकाशक होता है।
जल तत्व प्रधान व्यक्ति द्रव, स्पिरिट, तेल, जहाजरानी और विदेश यात्राओं में सफल होता है। पृथ्वी तत्व प्रधान व्यक्ति भूमि, कृषि, भवन निर्माण और राजनिति आदि में रहता है। इस प्रकार ग्रह (GRAH) के अनुसार व्यवसाय का चुनाव करके आप अपने व्यवसाय में सफल हो सकते हैं।
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